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Last Updated : Saturday, August 18, 2018

Antivirus Kya Hai - What is AntiVirus in Hindi [हिंदी]

क्या आपको पता है कि Anti-Virus क्या है और यह कैसे काम करता है ? साथ ही, हमें Free और Paid में किस Anti-Virus को इस्तेमाल करना चाहिए. ये सभी बाते हम इस Article में करने वाले है. जैसा की आपको पता होगा कि इस दुनिया में कोई भी गलत काम करने वाले को रोकने के लिए कोई न कोई व्यक्ति तो आ ही जाता है. ठीक वैसे ही, Anti-Virus का भी कुछ ऐसे ही काम होता है.
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अगर आपके पास Computer है तो आप उसमे कई तरह की Files को Save करके रखते होंगे यानि कि इसमें आपका सारा Personal Data Store होता है. मान लीजिये, आपके अलावा उन Files को कोई और देखे तो आपका क्या होगा ? जहा तक मेरा मानना है, इसमें सारी गलती आप सभी की ही होती है. जब हम अपने Computer या Laptop पर Internet चला रहे होते है तो उस समय कई सारे Virus, Computer पर Attack करते है. इसी के साथ, कई बार जब हम कोई Pendrive अपने Computer में लगाते है तो हमारा सारा Data गायब हो जाता है ये सभी Virus के कारण ही होता है. इसी को देखते हुए हम आपके लिए ये Article लिख रहे है. साथ ही, इस Article में हम आपको Virus से बचने के भी उपाय बताएँगे.

एंटीवायरस क्या है ? What is Anti-Virus in Hindi :

हम इसको एक उदाहरण के माध्यम से समझते है जैसे कि Virus का मतलब 'विषाणु' और Anti का मतलब 'रक्षा करने वाला' होता है यानि कि Anti-Virus का मतलब हुआ 'विषाणु से रक्षा करने वाला'. जैसा कि, आपको पता होगा कि हर चीज़ के दो पहलु होते है एक अच्छा और दूसरा बुरा. तो Anti-Virus इनमे से अच्छा है क्योकि ये हमारे Files को Scan करके बता देता है कि हमारे Files में कोई Virus तो नही है. अगर हम इसको थोडा ठीक से समझे तो Anti-Virus की परिभाषा ये होगी -

" यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो Malware को रोकने और पता करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एंटीवायरस सॉफ्टवेर को Anti-Malware भी कहा जाता है."

एंटीवायरस कैसे काम करता है ? How Anti-Virus Works in Hindi

इसके लिए आपको सबसे पहले ये पता होना चाहिए कि Anti-Virus के अन्दर ऐसा क्या होता है जो Virus को खोज निकलता है. अगर आपको इसके बारे में नही पता तो मैं आपको बता देता हु. Anti-Virus के अन्दर बहुत सारी Virus Definition Files होती है. ये सभी Robust Files है. इस Files में Malware ( ये एक कंप्यूटर वायरस होता है ) की सभी जानकारिया रहती है. इसको ठीक से समझने के लिए आपको Virus Definition को समझना पड़ेगा.


  Virus Definition :  

यहाँ पर मैं आपको बता देना चाहता हु कि चाहे कितना भी बड़ा Anti-Virus क्यों ना हो वो बिना Virus Definition के Malware यानि कि Virus को नही पहचान पाता. Virus Definition के अन्दर Virus Signature रहता है. इसके अन्दर आपको सभी Malware की List मिल जाएगी. समय के साथ हर रोज नए Malware आते है. इसलिए सभी Anti-Virus अपने Virus Definition को Update कर देते है. उसके बाद हमें Message मिल जाता है कि हमारे Anti-Virus का New Version आ गया और हम उसको Update कर लेते है. इससे वो Malware हमारे Computer तक नही पहुच पाता.


शायद अब आपको Virus Definition समझ आ गया होगा. अब बात करते है कि Scan के दौरान क्या होता है ? जब भी Anti-Virus हमारे Files को Scan करता है उस समय जब भी कोई फाइल Virus Signature या Virus Definition से मैच होती है तो Anti-Virus उन Files को या तो Delete कर देता है या फिर उन्हें Repair कर देता है. लेकिन, यहाँ पर मैं आपको बता देता हु कि Anti-Virus को आपके Computer में जब भी कोई Malware मिलेगा उस समय वो आपसे पूछेगा की आप इसे Delete करना चाहते हो या फिर Repair करना चाहते हो.

आपके कंप्यूटर में वायरस है या नही ? कैसे पता करे ?

अगर आप जानना चाहते है Computer में Virus है या नही, इसका पता कैसे लगाया जाता है. तो, इसके लिए आपको कुछ इशारे दिए जाते है. जब भी कोई Virus हमारे Computer में आता है तो वो हमारी Files के साथ छेड़खानी करता है यानि की उन्हें उल्टा-पुल्टा कर देता है. इसी बात से पता चल जाता है कि आपके Computer के अन्दर Virus है या नही.

एंटीवायरस मैलवेयर का पता कैसे लगाता है ?

ये काम बहुत ही Simple है. लेकिन अगर मैं आपको कहू कि बताओ आपके सिर में कितने बाल है ? तो, आप इसका जवाब नही बता सकते. ठीक वैसे ही हमारे Computer में 500 - 1000 GB का डाटा Save रहता है. उन में से Virus को खोजना बहुत मुस्किल है. लेकिन, Anti-Virus इसको थोड़े से समय में ही बता देता है. तो, यहाँ पर में आपको Malware पता करने के पांच तरीके बताऊंगा.
  • Signature Based Detection
  • Heuristic Based Detection
  • Behavioral Based Detection
  • Sandbox Detection
  • Data Mining Techniqes

  Signature Based Detection :  

इसके अनुसार .exe Files को Scan किया जाता है और उनको Virus Definition के Match किया जाता है. अगर कोई Malware पाया जाता है तो उस पर Action लिया जाता है. इसकी मदद से जब भी हम Internet से कोई भी File Download करते है तो ये उसे Scan कर लेता है और अगर उसमे कोई Malware पाया जाता है तो, ये बता देगा वरना File Download हो जाएगी. ये सबसे पुराना तरीका है.

  Heuristic Based Detection :  

इस तकनीक को आज-कल के बहुत सारी Anti-Virus कंपनिया इस्तेमाल करती है. इस तकनीक की मदद से आप बिना Virus Definition के भी Malware का पता लगा सकते हो. इसमें एक Code या Application को Virtual Enviourment में रन करता है और पता चल जाता है कि Malware यानि कि Virus कहा है. इस तकनीक की सबसे ख़ास बात यह है कि इसकी मदद से हम दुसरे Real Software को भी बचा सकते है.

  Behavioral Based Detection :  

इसकी मदद से भी Virus का बड़ी आसानी से पता लगाया जा सकता है. ये तकनीक Malware के Behaviour को Detect करता है. ये Malware को तभी Detect करता है जब Malware हमारी Files यानि कि Data के साथ छेड़खानी करता है. ये भी काफी बेहरतीन तरीका है.

  Sandbox Detection :  

इसमें भी किसी एक Program को Virtual Enviourment पर रन कराया जाता है. अगर, हमारे Anti-Virus को लगता है कि इसमें कोई Malware है तो उस पर Action लिया जाता है.

  Data Mining Techniqes :  

ये आज के समय का सबसे Trending Technology है. इसमें बहुत सारे ख़ास Features और Programs होते है. Data Mining Techniqes की मदद से पता लगाया जा सकता है कि Program, Malicious है या नही. ये तरीका सबसे बेहतरीन है.

Features of Anti-Virus

जब भी हम अपने Computer में Anti-Virus Install कर लेते है. तो उसमे हम जब भी Scan करते है तो हम उसमे हम दो तरीको से Computer को Scan कर सकते है.
  • Background Scan
  • Full-Time Scan

 Background Scan :  

जब भी आप अपने System में Files, Program या Online कुछ भी करते रहते हो तो आपका Anti-Virus आपको Secure रखता है. इस समय आपका Anti-Virus, Real Time Protection करता है. इस समय आपके System पर कोई भी Malware यानि कि Virus Attack नही कर सकता.

  Full-Time Scan :  

अगर आपने Computer में अभी कोई नया Anti-Virus इनस्टॉल किया है तो आपको Full Time Scan कर लेना चाहिए. वैसे अगर मेरी माने तो आपको अपने System को हर Week, Full Time Scan कर लेना चाहिए. पहली बार Scan करने पर आपके Computer के सभी Virus Remove हो जायेंगे.

टॉप 5 बेस्ट एंटीवायरस 2018-19

ज्यादातर Anti-Virus ख़राब होते है. लेकिन उनमे से अच्छा Anti-Virus ही हमें इस्तेमाल करना चाहिए. अच्छा या बुरा पता करने के लिए आप Anti-Virus का Trial Version जो कि 30 दिन के लिए Free मिलता है उसे इस्तेमाल कर सकते है. यहाँ पर में आपको कुछ बढ़िया Anti-Virus के बारे में बताता हु.

  • BitDefender AntiVirus Plus 2019
  • Kaspersky Anti-Virus 2018
  • Panda Antivirus Pro
  • Avast Free Antivirus 2018
  • Mcafee Antivirus

कंप्यूटर में एंटीवायरस होने के क्या फायदे है ?

Anti-Virus का हमारे System में होना बहुत ही जरुरी है. लेकिन, कुछ एक कारण है जिसकी वजह से Anti-Virus होना बहुत ही जरुरी है.
  • यह हमारे डाटा को सुरक्षित रखता है.
  • इसके होने के बाद आपके डाटा को इन्टरनेट से कोई भी नही चुरा सकता.
  • इसके होने के बाद हार्ड डिस्क Corrupt होने के कम चांस रहते है.
  • इसकी वजह से हमारा सिस्टम क्रेश नही होगा.
  • इसकी मदद से हमारे कंप्यूटर की स्पीड भी बढ़ जाती है.
  • इसकी मदद से हमारे सिस्टम में मौजूद सभी प्रोग्राम अच्छे से चलेंगे.
  • इसकी वजह से आपका सिस्टम हंग और स्लो नही होगा.
  • अगर आपने एंटीवायरस ख़रीदा है तो Online-Transaction भी सुरक्षित रहेंगे.
  • कोई भी वायरस आ जाने पर एंटीवायरस उसे Remove कर देगा.
  • इसकी मदद से आप कोई भी सॉफ्टवेर बिना वायरस के डाउनलोड कर सकते हो.

Conclusion :

देखिये दोस्तों, जहा तक मुझे लगता है आपके System में Anti-Virus होना बहुत जरुरी है. इसलिए आपको Anti-Virus जरुर खरीद लेना चाहिए. अगर बजट कम है तो आप Trial Version इस्तेमाल कीजिये और उसके बाद कोई Offer देखकर Anti-Virus खरीद लीजिये. Anti-Virus आपके System का Security Master है. इसलिए आपको इसे खरीद लेना चाहिए.

मैं आशा करता हु कि मेरे द्वारा दी गयी जानकारी आपको समझ आ गयी होगी. अगर आपको समझ आ गया हो कि एंटीवायरस क्या है ? कैसे इस्तेमाल किया जाता है ? तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और आस-पड़ोसियों को भेज दो ताकि उन्हें भी इसके बारे में पता चल सके !

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